"बालपन की कविता" पहल में शामिल हों: छोटे बच्चों के लिए भारतीय राइम्स/कविताओं को फिर से प्रचलन में लाने का अभियान
नई शिक्षा नीति (NEP) के अनुच्छेद 4.11 के अनुसार, यह भली-भांति समझा जाता है कि छोटे बच्चे अपनी मातृभाषा या घर में बोले जाने वाली भाषा में जटिल अवधारणाओं को अधिक तेजी से सीखते और समझते हैं। घर में बोले जाने वाली भाषा आमतौर पर वही होती है जो उनकी मातृभाषा होती है या जो स्थानीय समुदायों द्वारा बोली जाती है। वर्तमान में, देश में प्रारंभिक शिक्षा स्तर के प्री-स्कूल और प्राथमिक कक्षा के बच्चे अंग्रेज़ी में राइम्स/कविताएँ सीखते और गाते हैं, जो अक्सर उनकी संस्कृति और परिवेश से उन्हें अलग करता है। ''बालपन की कविता” पहल का उद्देश्य हिंदी, क्षेत्रीय भाषाओं और अंग्रेज़ी में पारंपरिक और नई कम्पोज़ की गई राइम्स/कविताओं को फिर से शुरू करना और उन्हें लोकप्रिय बनाना है। इससे सीखने के लिए खेल और गतिविधि आधारित दृष्टिकोण बेहतर होगा।
स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय, माईगव के सहयोग से, आपको “बालपन की कविता” पहल में योगदान देने के लिए आमंत्रित करते हुए खुशी हो रही है, जिसका उद्देश्यबालपन की कविताशुरुआती सालों/मूलभूत स्तर की शिक्षा के लिए भारतीय राइम्स /कविताओं के निर्माण, संग्रह और प्रसार को बढ़ावा देना है। हम लोगों को लिखित कविताएँ सबमिट करने के लिए आमंत्रित करते हैं, जो मूलभूत शिक्षा का हिस्सा बन सकती हैं। राइम्स/कविताएँ मूल रूप से लिखी जा सकती हैं, स्थानीय संस्कृति या लोक कथाओं में लोकप्रिय हैं या किसी और के द्वारा लिखी गईं हो सकती हैं। आपके योगदानों से फ़ॉउडेशनल स्टेज के लिए शैक्षिक संसाधनों में सुधार होगा और छोटे बच्चों में भारतीय भाषाओं के प्रति लगाव बढ़ेगा।
सबमिशन की श्रेणियां
राइम्स/कविताएं प्रकृति, जानवरों, पक्षियों, त्योहारों, परिवार, समुदाय सहायकों, मौसम, पानी, भोजन, स्वास्थ्य और स्वच्छता परिवहन, रोजमर्रा की जिंदगी, देशभक्ति, खेल/खेलकूद आदि के बारे में हो सकती हैं।
राइम्स/कविताएं आनंददायक, रोचक, सुनाने में आसान और आकर्षक होनी चाहिए।
राइम्स/कविताएँ निम्नलिखित आयु वर्ग के लिए हो सकती हैं: -
प्री-स्कूल/बालवाटिका -(3 से 6 वर्ष)
ग्रेड 1-(6-7 वर्ष)
ग्रेड 2-(7-8 वर्ष)
राइम्स/कविताओं की लंबाई 4-12 पंक्तियों में 30-100 शब्द होनी चाहिए जो सीखने में आसान हों।
राइम्स/कविताएं मूल रूप से लिखी जा सकती हैं, स्थानीय संस्कृति या लोक कथा में लोकप्रिय या किसी और द्वारा लिखी जा सकती हैं। यदि किसी और द्वारा लिखा गया है, तो भेजने वाला क्रेडिट दे सकता है।
चुनी हुई राइम्स /कविताएँ NCERT/DoSE&L/MyGov/KVS/NVS/CBSE/SCERTS प्लेटफ़ॉर्म और दूसरे शैक्षणिक पोर्टल्स पर प्रदर्शित की जाएँगी, जिससे देश भर के शुरुआती शिक्षार्थियों और शिक्षकों को फायदा होगा।
समय सीमा
26.03.2025 शुरु होने की तिथि
22.04.2025 अंतिम तिथि
नियम व शर्तें
प्रतिभागी माईगव इनोवेटइंडिया (https://innovateindia.mygov.in) पर रजिस्टर करके प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं।
प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं है।
अगर कोई प्रतिभागी पहली बार किसी गतिविधि में हिस्सा ले रहा है, तो उसे माईगव में भाग लेने के लिए ज़रूरी जानकारी भरनी होगी। जानकारी सबमिट करके और चैलेंज में भाग लेकर, चुने जाने पर प्रतिभागियों से संपर्क किया जा सकता है।
सभी प्रतिभागियों यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी माईगव प्रोफ़ाइल सटीक और अपडेट है क्योंकि इस प्रोफ़ाइल का उपयोग आगे के संचार के लिए किया जाएगा। इसमें नाम, ई-मेल आईडी और मोबाइल नंबर जैसी जानकारी शामिल है।
सबमिट करने की आखिरी तारीख और समय के बाद के सबमिशन पर विचार नहीं किया जाएगा।
एंट्री में कोई भी उत्तेजक, आपत्तिजनक, या अनुचित सामग्री नहीं होनी चाहिए।
स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग (DoSE&L), शिक्षा मंत्रालय (MoE) के पास इस प्रतियोगिता के सभी या किसी भी हिस्से और/या नियमों और शर्तों/तकनीकी मापदंडों/मूल्यांकन मानदंडों को कैंसिल करने या संशोधित करने का अधिकार है।
उच्च शैक्षणिक मानक और उपयुक्तता सुनिश्चित करने के लिए समिति/विशेषज्ञ सभी सबमिशन की जांच करेंगे
यदि नियम और शर्तें/तकनीकी पैरामीटर/ मूल्यांकन मानदंड में कोई बदलाव किया जाता है या प्रतियोगिता को कैंसिल किया जाता है, तो इस बारें में माईगव प्लेटफ़ॉर्म पर अपडेट/पोस्ट किया जाएगा। यह सहभागियों/आवेदकों की ज़िम्मेदारी होगी कि वे इस प्रतियोगिता के लिए बताए गए नियम और शर्तें/तकनीकी पैरामीटर/मूल्यांकन मानदंड में किसी भी बदलाव के बारे में खुद को सूचित रखें।
विजेताओं का चयन एक समिति द्वारा किया जाएगा और https://blog.mygov.in/ पर विजेता की घोषणा के जरिए उनकी घोषणा की जाएगी। https://blog.mygov.in/.
एंट्री के उन प्रतिभागियों को कोई सूचना नहीं दी जाएगी, जिन्हें विजेता के रूप में नहीं चुना गया है।
इस सामग्री से 1957 के भारतीय कॉपीराइट अधिनियम के किसी भी प्रावधान का उल्लंघन नहीं होना चाहिए। जो भी दूसरों के कॉपीराइट का उल्लंघन करता पाया जाएगा, उसे प्रतियोगिता से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। कॉपीराइट उल्लंघनों या सहभागियों द्वारा किए गए बौद्धिक संपदा के उल्लंघन के लिए भारत सरकार की कोई ज़िम्मेदारी नहीं है।
चयन समिति का निर्णय अंतिम होगा और सभी प्रतियोगियों के लिए बाध्यकारी होगा और चयन समिति के किसी भी निर्णय पर किसी भी प्रतिभागी को स्पष्टीकरण जारी नहीं किया जाएगा।
यदि यह एक मौजूदा राइम्स/कविता है, तो लेखक के नाम का उल्लेख किया जा सकता है।
प्रतियोगिता के परिणाम की घोषणा के बाद विजेताओं को बैंक से जुड़ी जानकारी सबमिट करनी होगी। उपरोक्त जानकारी/दस्तावेज़ों को उचित स्तर पर सबमिट न करने से चयन अमान्य हो जाएगा।
पुरस्कार राशि सिर्फ़ इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसफ़र के ज़रिए ट्रांसफर की जाएगी, जैसा कि विजेता ईमेल के ज़रिए सबमिट करेगा।
आयोजक उन एंट्रीज के लिए कोई ज़िम्मेदारी स्वीकार नहीं करेंगे जो खो गई हैं, देर से सबमिट हुई हैं या अधूरी हैं या कंप्यूटर की ग़लती या किसी अन्य त्रुटि के कारण ट्रांसमिट नहीं हुई हैं, जो आयोजक के उचित नियंत्रण के बाहर हैं। एंट्री सबमिट करने का प्रूफ़ उसे मिलने का सबूत नहीं है।
अगर सबमिट की गई जानकारी चोरी की गई, झूठी या त्रुटिपूर्ण है तो आयोजकों को प्रतिभागियों को अयोग्य घोषित करने, एंट्री को अस्वीकार करने/रद्द करने का अधिकार सुरक्षित है।
सभी विवाद/कानूनी शिकायतें केवल दिल्ली के अधिकार क्षेत्र के अधीन हैं। इस उद्देश्य के लिए किए गए खर्च पार्टियों द्वारा खुद वहन किए जाएंगे।
पुरस्कार
अंत में चुनी गई एंट्रीज को योगदान का प्रमाण पत्र और उचित नकद पुरस्कार दिया जाएगा।
युवा शिक्षार्थियों के लिए शुरुआती शिक्षा को आनंदमय और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए इस महान और म्यूज़िकल मिशन में हमारे साथ शामिल हों। आपके योगदानों से भारतीय राइम्स का एक आकर्षक संग्रह बनाने में मदद मिल सकती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि बच्चे बड़े होकर अपनी भाषा और विरासत से गहरा जुड़ाव रखें।