बच्चों के लिए खिलौनों से जुड़ी कहानियां

परिचय

हमारी भारतीय खिलौनों की कहानी सबसे बड़ी सभ्यताओं - सिंधु-सरस्वती या हड़प्पा सभ्यता - से लगभग 5000 वर्षों की परंपरा को आगे बढ़ा रही हैं। मोहनजो-दारो और हड़प्पा जैसी जगहों पर छोटी गाड़ियाँ, नृत्य करती महिलाएँ, क्यूबिकल पासा जैसे बहुत आकर्षक खिलौने पाए गए। इन प्राचीन खिलौनों ने न केवल मनोरंजन किया बल्कि बच्चों की पीढ़ियों को शिक्षित और प्रेरित भी किया। वे हमारे पूर्वजों की रचनात्मकता और सरलता का प्रमाण हैं, और अब, हमारे बच्चों के लिए इस विरासत को आगे बढ़ाने का समय है।

भारतीय खिलौनों की समृद्ध विरासत को संरक्षित करने और वर्तमान पीढ़ी को इससे परिचित कराने के उद्देश्य से, शिक्षा मंत्रालय माईगव के सहयोग से एक अखिल भारतीय प्रतियोगिता की मेजबानी कर रहा है, जिसका नाम है- बच्चों के लिए खिलौनों से जुड़ी कहानियां, जिसमें उभरते लेखकों और चित्रकारों से भारत की खिलौना परंपरा की उल्लेखनीय कहानियों पर आधारित बच्चों के लिए रोचक किताबें तैयार करने का आग्रह किया जाता है।

थीम/ विषय

प्रतियोगिता का विषय/थीम है: भारत की खिलौना परंपरा पर आधारित बच्चों की रोचक पुस्तक’.

  • प्रतिभागियों को एक कंप्यूटर-टाइप की गई हस्तलेख प्रस्तुत करनी होगी जिसमें उन्हें एक योजना या रणनीति प्रस्तुत करनी होगी कि खिलौनों को कैसे एकीकृत किया जाएगा।
  • इस प्रतियोगिता में किसी भी उम्र का व्यक्ति भाग ले सकता है।
  • प्रतिभागी शैक्षिक खिलौना कहानी के रूप में एक हस्तलेख जमा कर सकते हैं या शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के मौजूदा खिलौनों का उपयोग करके एक कहानी की किताब बना सकते हैं ताकि बच्चे खिलौने, खेल, कठपुतली आदि का उपयोग करके खेलते खेलते सीख और समझ सकें।

फॉर्मेट

  • प्रतिभागियों को एक कंप्यूटर-टाइप की गई हस्तलेख जमा करनी होगी।

कार्यान्वयन और निष्पादन

कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया (BP डिवीजन, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के तहत) चरण-वार निष्पादन सुनिश्चित करेगा।

चयन प्रक्रिया

  • माईगव प्लेटफॉर्म पर आयोजित अखिल भारतीय प्रतियोगिता के माध्यम से कुल 3 सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों का चयन किया जाएगा। https://innovateindia.mygov.in
  • हस्तलेख केवल हिंदी / अंग्रेजी में लिखी होनी चाहिए।
  • विजेता का चयन NBT द्वारा गठित की जाने वाली एक समिति द्वारा किया जाएगा।
  • यह प्रतियोगिता 20 सितंबर 2023 से 30 नवंबर 2023 तक चलेगी।
  • प्रतियोगियों को कम से कम 3000 शब्दों और 5000 शब्दों तक की हस्तलेख या कहानी प्रस्तुत करनी होगी, हस्तलेख का विभाजन निम्नानुसार है:
    • सारांश
    • अध्याय अनुसार
    • प्रतिदर्श अध्याय
    • संदर्भ सूची और संदर्भ
  • कोई आयु सीमा नहीं है।
  • हस्तलेख की प्रस्तुतियां माईगव प्लेटफार्म के माध्यम से 30 नवंबर 2023 को रात 11:45 बजे तक ही स्वीकार की जाएंगी।
  • प्रस्तुत करने के बाद पुस्तक के विषय में किसी भी बदलाव की अनुमति नहीं दी जाएगी।
  • प्रति व्यक्ति केवल एक ही बार एंट्री दर्ज कर सकता चाहिए। जो लोग पहले ही एंट्री जमा कर चुके हैं, वे अपनी एंट्री को फिर से सबमिट कर सकते हैं। उस स्थिति में, उनकी पहली जमा की गई एंट्री को वापस लिया जाएगा। प्रति प्रतिभागी की केवल एक एंट्री का मूल्यांकन किया जाएगा।

समय सीमा

प्रारंभ की तिथि 20 सितंबर
जमा करने की अंतिम तिथि 30 नवंबर

छात्रवृत्ति

प्रतियोगिता के तहत लिखी गईं पुस्तकों के लिए NBT मानदंडों के अनुसार रॉयल्टी के साथ प्रत्येक चयनित तीन विजेताओं को 50,000 रुपये की छात्रवृत्ति से पुरस्कृत किया जाएगा।